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Sunday, July 3, 2016

झगड़ा


झगड़ा किन के बीच है
दो वर्ग हैं
एक जो बहुत मेहनत करता है
लेकिन तकलीफ में जिंदगी गुजारता है
दूसरा वह वर्ग है जो कड़ी मेहनत नहीं करता 
लेकिन मज़े में जिंदगी गुजारता है
मेहनत किये बिना जो वर्ग मज़े में है
वह गालियाँ देने में बिजी है
इसे हम आरामखोर वर्ग कहेंगे
यह आरामखोर वर्ग मजदूरों को गालियाँ देता है
यह आरामखोर वर्ग मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने वाले लोगों को अपने लिए खतरा समझता है
इसलिए यह आरामखोर वर्ग मजदूरों के लिए काम करने वाले लोगों को चीन का एजेंट , नक्सलवादी , आपिया , कहता है
ध्यान से देखिये सारा विकास का गुब्बारा इसी आरामखोर वर्ग के लिए फुलाया जा रहा है
शापिंग माल , महंगी कारें , महंगे मकान , चाकलेट, सौंदर्य प्रसाधन , गजेट्स जैसी बे ज़रूरत की चीज़ों का उत्पादन इसी वर्ग के लिए किया जा रहा है
इसी आरामखोर वर्ग के एशो आराम के लिए दुनिया के नए देशों पर हमले किये जा रहे हैं
सारी मार काट हिंसा इसी वर्ग के लालच और ऐश के लिए करी जा रही है
इसी आरामखोर वर्ग के लिए पृकृति का ज़्यादा से ज़्यादा दोहन किया जा रहा है
इसी आरामखोर वर्ग की वजह से पर्यावरण का नाश हो रहा है
इसी आरामखोर वर्ग के लिए संसाधनों की लूट चल रही है
इसी आरामखोर वर्ग के लिए आदिवासियों की हत्याएं करी जा रही हैं
इसी आरामखोर वर्ग के एशो आराम के लिए आदिवासियों की महिलाओं से बलात्कार किये जा रहे हैं
इसी आरामखोर के एशो आराम के लिए किसान आत्महत्या कर रहे हैं
यही आरामखोर वर्ग अम्बानी अदाणी जिंदल का भक्त है
यही आरामखोर वर्ग अपने किये जाने वाले पाप और हीन भावना से मुक्ति पाने के लिए
खोखले धरम और फर्ज़ी संस्कृति का फटा हुआ ढोल पीटते रहते हैं
यही आरामखोर वर्ग ही साम्प्रदायिकता की राजनीति का समर्थक है
क्योंकि अगर साम्प्रदायिकता की राजनीति नहीं होगी
तो फिर न्याय अन्याय आर्थिक लूट के मुद्दे की राजनीति शुरू हो जाने का अंदेशा है
और अगर न्याय अन्याय और आर्थिक लूट के मुद्दे उठ गए
तो आरामखोर वर्ग की आरामखोरी मिटा कर न्याय युक्त समाज बनाया जा सकता है
इसलिए आरामखोर वर्ग कभी भी इस देश की राजनीति को आर्थिक न्याय के मुद्दे पर नहीं आने देगा
यह आरामखोर वर्ग हमेशा पाकिस्तान , मुसलमान , गाय , भारत माता को ही राजनीतिक मुद्दे बनाता रहेगा
यह आरामखोर वर्ग कभी भी आदिवासियों , किसानों , अल्पसंख्यकों औरतों छात्रों के मुद्दे को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनने देगा
यह अरामखोर वर्ग इन वर्गों के लिए आवाज़ उठाने वालों को हमेशा देशद्रोही घोषित करके पुलिस के मार्फ़त जेल, लाठी और गोली से दबाता रहेगा
यही वह वर्ग है जो इस देश को कभी भी हिंसा अत्याचार और अन्याय से मुक्त नहीं होने देगा
भारतीय राजनीति के इस वर्गीय चरित्र को ठीक से समझे बिना इस वर्ग के चंगुल से राजनीति को मुक्त नहीं किया जा सकता

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