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Tuesday, March 27, 2012

अभी गौरैया जिन्दा है

अभी गौरैया जिन्दा है 

बहुत दिनों के बाद आज सुबह गौरैया को देखा | 
मन की निराशा दूर हुई | 
क्योंकि कुछ दिनों से मैं सोच रहा था सब गौरैया मर गई, 
अब मैं और मेरे बच्चे भी मर जायेंगे इसी तरह | 
पर आज सुबह गौरैया ने फिर से मुझे जिन्दगी के प्रति आश्वस्त किया | 

रेलवे प्लेटफार्म पर घुसने से पहले लोगों के सामान में बम जांचने वाली एक्सरे मशीन के पीछे 
एक सिपाही को सोते देखा | 
मुझे उसपर दया आई, प्यार भी आया, 
कितना बेचारा है वो | 
आज सुबह आतंकवादी के बारे में सोचा
और उसकी विवशता उसपर हुए जुल्म, 
उसके गुस्से और उसके बन्दुक उठा लेने तक के
हर लाजमी कदम को सहानुभूति से समझा |

एक गौरैया के मिलने के बाद सारी दुनियां कितनी हसीन लगने लगी है | 
आज मुझे सरकार पर भी गुस्सा नहीं आ रही है, 
ये बेचारे अपने लालच के कैदी लोग | 
अगर कोई इन्हें ठीक से समझा देता, 
पैसा साथ कहाँ जाता है मरने के बाद ? 
आओ चलो गौरैया को देखें फिर शायद
ये लोग भी इतने बुरे नही रह पायेंगे |
मन कर रहा है गौरैया से मिलने के बाद सबको सच्ची-सच्ची बात बता दूँ |
सबको फूलों, नदियों और गौरैया की दुनियां में और गौरैया के लिये जीना सीखा दूँ |  

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