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Thursday, March 13, 2014

भाइयों और बहनों ये मूर्खता अभी ही बंद कर दो

भारत के हिंदुओं तुम जो मोदी को अपना प्रिय नेता बनाने की बात भी बोल रहे हो उसका मतलब समझते हो ? 

इस तरह तुम आपने साथ रहने वाले करोड़ों मुसलमानों को सन्देश दे रहे हो कि तुम मुसलमानों को मारने वाले नेता को अपना बहुत प्यारा समझते हो . 

विकास वगैरह का बहाना मत बनाओ . उस झूठ की पोल कभी की खुल चुकी है .

अरे पागलों, एक ही देश में रह कर कोई एक समुदाय अगर खुद को दुसरे समुदाय से ज़्यादा ताकतवर दिखाने की कोई भी हरकत करेगा ,

तो दूसरा समुदाय या तो डर जाएगा या वो भी खुद को तुम्हारे बराबर शक्तिशाली दिखाने की कोशिश करेगा .

इस तरह समाज में विभिन्न समुदायों में होड़, अविश्वास और घृणा बढ़ेगी .

उसमे से हिंसा और अशांति और टूटन निकलेगी .

अंत में समाज के टूटने से राष्ट्र भी टूट जाएगा .

इसलिए भाइयों और बहनों ये मूर्खता अभी ही बंद कर दो .

तुम्हारा हिंदू या मुसलमान होना महज इत्तिफाक की बात है .

तुम्हारा जन्म दुसरे धर्म में भी हो सकता था .

इसलिए अपने धर्म पर इतराओ मत .

राजनीति को लोगों के स्वास्थ्य , शिक्षा , सम्मान , और बराबरी के लिए काम करने का साधन बनाने की ज़ोरदार कोशिश करो .

आजादी का मतलब है देश में सबके अधिकार बराबर हैं , सबकी गरिमा और सम्मान एक सामान हैं .

लेकिन अगर देश में सब बराबर नहीं हैं .

और किसी समुदाय को खुद को छोटा मानने के लिए मजबूर किया जाता है तो

इसका अर्थ है वह समुदाय आज़ाद नहीं बल्कि अभी भी गुलाम है .

क्या आप देश के भीतर एक समुदाय पर दुसरे समुदाय का शासन चलाना चाहते हैं ?

देश के भीतर दूसरी गुलामी की कोशिश मत कीजिये ये आपको भयानक परिणाम तक पहुंचा सकता है .

हमें मालूम है आपको इस तरह की गुलामी दूसरों से करवाने में मज़ा आता है .

लेकिन अब आप एक आज़ाद देश में रहते हैं .

पुराने भारत में नहीं जहां ऊंची जातियों का राज चला करता था और करोड़ों लोगों को धर्म के नाम पर गुलामों की तरह रहने पर मजबूर कर दिया गया था .

समझोगे तो ठीक है .

नहीं तो आपकी मर्जी .

फिर जो होगा खुद ही भुगतोगे .

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