भारत के हिंदुओं तुम जो मोदी को अपना प्रिय नेता बनाने की बात भी बोल रहे हो उसका मतलब समझते हो ?
इस तरह तुम आपने साथ रहने वाले करोड़ों मुसलमानों को सन्देश दे रहे हो कि तुम मुसलमानों को मारने वाले नेता को अपना बहुत प्यारा समझते हो .
विकास वगैरह का बहाना मत बनाओ . उस झूठ की पोल कभी की खुल चुकी है .
अरे पागलों, एक ही देश में रह कर कोई एक समुदाय अगर खुद को दुसरे समुदाय से ज़्यादा ताकतवर दिखाने की कोई भी हरकत करेगा ,
तो दूसरा समुदाय या तो डर जाएगा या वो भी खुद को तुम्हारे बराबर शक्तिशाली दिखाने की कोशिश करेगा .
इस तरह समाज में विभिन्न समुदायों में होड़, अविश्वास और घृणा बढ़ेगी .
उसमे से हिंसा और अशांति और टूटन निकलेगी .
अंत में समाज के टूटने से राष्ट्र भी टूट जाएगा .
इसलिए भाइयों और बहनों ये मूर्खता अभी ही बंद कर दो .
तुम्हारा हिंदू या मुसलमान होना महज इत्तिफाक की बात है .
तुम्हारा जन्म दुसरे धर्म में भी हो सकता था .
इसलिए अपने धर्म पर इतराओ मत .
राजनीति को लोगों के स्वास्थ्य , शिक्षा , सम्मान , और बराबरी के लिए काम करने का साधन बनाने की ज़ोरदार कोशिश करो .
आजादी का मतलब है देश में सबके अधिकार बराबर हैं , सबकी गरिमा और सम्मान एक सामान हैं .
लेकिन अगर देश में सब बराबर नहीं हैं .
और किसी समुदाय को खुद को छोटा मानने के लिए मजबूर किया जाता है तो
इसका अर्थ है वह समुदाय आज़ाद नहीं बल्कि अभी भी गुलाम है .
क्या आप देश के भीतर एक समुदाय पर दुसरे समुदाय का शासन चलाना चाहते हैं ?
देश के भीतर दूसरी गुलामी की कोशिश मत कीजिये ये आपको भयानक परिणाम तक पहुंचा सकता है .
हमें मालूम है आपको इस तरह की गुलामी दूसरों से करवाने में मज़ा आता है .
लेकिन अब आप एक आज़ाद देश में रहते हैं .
पुराने भारत में नहीं जहां ऊंची जातियों का राज चला करता था और करोड़ों लोगों को धर्म के नाम पर गुलामों की तरह रहने पर मजबूर कर दिया गया था .
समझोगे तो ठीक है .
नहीं तो आपकी मर्जी .
फिर जो होगा खुद ही भुगतोगे .
इस तरह तुम आपने साथ रहने वाले करोड़ों मुसलमानों को सन्देश दे रहे हो कि तुम मुसलमानों को मारने वाले नेता को अपना बहुत प्यारा समझते हो .
विकास वगैरह का बहाना मत बनाओ . उस झूठ की पोल कभी की खुल चुकी है .
अरे पागलों, एक ही देश में रह कर कोई एक समुदाय अगर खुद को दुसरे समुदाय से ज़्यादा ताकतवर दिखाने की कोई भी हरकत करेगा ,
तो दूसरा समुदाय या तो डर जाएगा या वो भी खुद को तुम्हारे बराबर शक्तिशाली दिखाने की कोशिश करेगा .
इस तरह समाज में विभिन्न समुदायों में होड़, अविश्वास और घृणा बढ़ेगी .
उसमे से हिंसा और अशांति और टूटन निकलेगी .
अंत में समाज के टूटने से राष्ट्र भी टूट जाएगा .
इसलिए भाइयों और बहनों ये मूर्खता अभी ही बंद कर दो .
तुम्हारा हिंदू या मुसलमान होना महज इत्तिफाक की बात है .
तुम्हारा जन्म दुसरे धर्म में भी हो सकता था .
इसलिए अपने धर्म पर इतराओ मत .
राजनीति को लोगों के स्वास्थ्य , शिक्षा , सम्मान , और बराबरी के लिए काम करने का साधन बनाने की ज़ोरदार कोशिश करो .
आजादी का मतलब है देश में सबके अधिकार बराबर हैं , सबकी गरिमा और सम्मान एक सामान हैं .
लेकिन अगर देश में सब बराबर नहीं हैं .
और किसी समुदाय को खुद को छोटा मानने के लिए मजबूर किया जाता है तो
इसका अर्थ है वह समुदाय आज़ाद नहीं बल्कि अभी भी गुलाम है .
क्या आप देश के भीतर एक समुदाय पर दुसरे समुदाय का शासन चलाना चाहते हैं ?
देश के भीतर दूसरी गुलामी की कोशिश मत कीजिये ये आपको भयानक परिणाम तक पहुंचा सकता है .
हमें मालूम है आपको इस तरह की गुलामी दूसरों से करवाने में मज़ा आता है .
लेकिन अब आप एक आज़ाद देश में रहते हैं .
पुराने भारत में नहीं जहां ऊंची जातियों का राज चला करता था और करोड़ों लोगों को धर्म के नाम पर गुलामों की तरह रहने पर मजबूर कर दिया गया था .
समझोगे तो ठीक है .
नहीं तो आपकी मर्जी .
फिर जो होगा खुद ही भुगतोगे .
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