Tuesday, July 19, 2011

कैसे कैसे एस पी ओ - हिमांशु कुमार


 
अभी सर्वोच्च न्यायालय ने एस पी ओ की नियुक्ति ओर उनकी समस्त कार्यवाही को रोक देने का आदेश दिया है ! हमारे बहुत से साथियों को एस पी ओ के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है ! मैं एक एस पी ओ के बारे में बताता हूँ !
 दंतेवाडा में मेरे गाँव के पास के एक गोंव का एक लड़का नक्सली बन गया था !
वो काफी बदमाश किस्म का लड़का था !
बीच में नक्सलियों ने भी उसे उसके आपत्तिजनक चाल चलन की वजह से अपने दलम से निकाल दिया था !
 बाद में मुझे पता चला की वो फिर से माफी मांग कर नक्सलियों के साथ शामिल हो गया है ! इसके बाद एक बार वो वेश बदल कर बाज़ार आया हुआ था ! तो उसे किसी ने पहचान लिया और पुलिस को बता दिया इसके बाद उसे पुलिस ने पकड़ लिया! ! पुलिस ने उसके साथ डील करी की अगर वो एस पी ओ बन जाए तो उसे जान से नहीं मारा जाएगा ! इस तरह वो लड़का एस पी ओ बन गया !
 उसे नज़दीक के एक पुलिस स्टेशन पर ड्यूटी पर रखा गया !उसका काम था आस पास के गाँव वालों को पहचानना
और बताना की कौन कौन नक्सलियों की मीटिंग में जाते थे ! अब वो एस पी ओ के रूप में उन्ही गाँव वालों को मीटिंग में आने की सजा दिलवाता था जिन्हें वो पहले नक्सली के रूप में मीटिंग में ना आने के लिए सजा देता था !
             बाद में किसी ने मुझे बताया की इसी लड़के ने एक बार महेंद्र कर्मा को मारने के लिए सड़क पर बम भी लगाया था लेकिन अचानक बरसात हो जाने के कारण सड़क धंस गयी और उस बम पर लोगों का ध्यान चला गया और पुलिस ने वो बम निकाल दिया था !
 पर अब तो वो सरकार का प्यारा एस पी ओ था ! अब वो पुलिस के साथ मिल कर गाँव वालों को जेल भिजवा रहा था ! आस पास के गाँव के पुरुषों ने बाज़ार आना बन्द कर दिया और महिलाओं और बच्चों को बाज़ार चावल वगैरह लेने भेजने लगे !
 इसके बाद इसी एस पी ओ ने औरतों और बच्चों के पैसे भी छीनने शुरू कर दिए , जिसे बाद में वो पुलिस वालों के साथ मिलकर आपस में बाँट लेता था ! मुझे गाँव वालों ने आकर ये सब बताया ! मैंने एस पी साहब के नाम एक पत्र बनाया !
 उस दिन इतवार था ! अगले दिन पत्र एस पी साहब  को देना था !
अगले दिन खबर आयी की बाज़ार में कुछ नक्सली ग्रामीणों के वेश में आये और उस एस पी ओ को गोली मार दी !
 उस के शव को तिरंगे झंडे में लपेटा गया एस पी साहब ने उसे सलामी दी ! मैंने उसके खिलाफ लिखी चिट्ठी फाड़ कर फेंक दी !
अब इस चिट्ठी की ज़रुरत नहीं रह गयी थी ! 

1 comment:

  1. समाचार के अनुसार अब तो एस पी ओ को पुलिस में भर्ती किया जायेगा....
    क्या बात है ?...सभी एजेंट पुलिस में चले जायेंगे तब तो कार्पोरेट और सरकारी दलालों का काम कितना आसान हो जायेगा ,

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