Saturday, January 19, 2013

ए मेरे भारतीय सिपाही भाई


ए मेरे भारतीय सिपाही भाई 
तू आज हिन्दुस्तान की सीमा के इस तरफ खड़ा है 
इस लिये उधर पकिस्तान में पैदा होने वाला सिपाही तेरा दुश्मन है 

लेकिन मेरे भाई 
अगर तू सरहद के उस पार पकिस्तान में पैदा होता 
तो तू आज की अपनी इसी भारतमाता के खिलाफ लड़ रहा होता ना ?

और जो मुसलमान पाकिस्तानी सिपाही 
आज तेरी भारत माता के ऊपर 'गलत निगाहें' डाल रहे हैं 
वो सिपाही अगर इधर भारत में तेरे ही गाँव में किसी हिन्दू माँ के पेट से जनम लेते तो वो 
भारत माता की जय के नारे लगाते 
और तू पकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाता 

अगर तू पकिस्तान में पैदा हो जाता ओ मेरे भारतीय जवान 
तो तू सिर काट रहा होता 
भारत माता की जय बोलने वाले उन पाकिस्तानी सिपाहियों के जो असल में  
पैदा हो गये थे हिन्दुस्तान में एक हिन्दू माँ के पेट से 

यार ये क्या जादू है 
ज़मीन में 
कि ज़मीन के इस कोने में जनम लेने वाला 
ज़मीन के उस कोने में पैदा होने वाले का 
सिर काटने लगता है 
और एक सिर काटने 
के बदले में दस सिर और काटने की 
हुंकारे लगने लगती हैं 

ये क्या जादू है कि सिर काटने वाले 
श्रेष्ठ और वीर माने जाने लगते हैं 
और दस सिर काट कर लाने का हुंकार लगाने वाले 
दावेदारी करते हैं 
हम पर हुकूमत करने की 

ये सिर काट कर हम पर हुकूमत करने की बदमाशी जिस दिन हम सब समझ जायेंगे 
उस दिन ये सिर काट कर हम पर हुकूमत करने वाले 
सिंहासन से नीचे लुढक जायेंगे 

और जब हम आपस में सिर काटने वाले लोग 
एक दिन अपने सिरों को एक दूसरे के कन्धों पर टिका देंगे 
तब इन्ही सिरों से प्यार भाईचारा और दोस्ती 
की मदहोश कर देने वाली 
खुशबू उठ्ठेगी 

और तब हम सब हुकूमत के नहीं नहीं 
मुहब्बत के साये में जियेंगे 
तब सिर ना काटे जायेंगे 
नफरत ना उड़ेली जायेगी 
बस यार थोड़ी सी समझदारी 
और पैदा हो जाये हमारे सिरों के भीतर 
फिर ये सपना भी हकीकत में बदल देंगे हम 



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