Monday, January 7, 2013

ये दुनिया



राम , मुहम्मद ,ईसा , नानक  ,भगत सिंह , गाँधी , अम्बेडकर , को मानने के कारण ही तुम कैसे महान बन सकते हो 
तुम महान हो सकते हो सिर्फ अपने खुद के कामों से 

दुनिया के सारे पागल 
कह रहे हैं कि वो महान हैं 

उनका दावा है कि वो सब इसलिये महान हैं 
क्योंकि अपने जिस ईश्वर में वो विश्वास रखते हैं वो महान है 

मैंने कहा मैं भी बहुत ताकतवर हूं 
क्योंकि मैं दारा सिंह में विश्वास रखता हूं 

लेकिन देखो ना दारा सिंह में विश्वास रखने भर से मेरे भीतर कोई ताकत नहीं आई 
वैसे ही आपके किसी भी विश्वास के कारण 
आप कैसे महान बन सकते हैं ?

तुम सिर्फ अपने विश्वास के कारण कैसे महान हो सकते हो मूर्खों 
महान तो तुम अपने खुद के काम से ही बन सकते हो 

और ये सभी मूर्ख विश्वास कर रहे हैं काल्पनिक खुदाओं में, ईश्वरों में 
और ये सचमुच मान रहे हैं कि इन्हें एक दूसरे को मार खत्म कर देना चाहिये 

ये मानते हैं कि जो कोई भी खुदा के बारे में जो इनकी तरह की कल्पनाएँ नहीं करता वो काफ़िर है 
ये जिद करते हैं कि सबको इनकी वाली कल्पनाओं में ही जीना चाहिये 
और सिर्फ इनकी कल्पनाओं को सबसे बड़ा सच स्वीकार कर लेना चाहिये 

ये सभी तथाकथित पागल खुद को धर्मिक कह्ते हैं 
ये नशे में डोलते रहते हैं 
इन्होने अतीत के कुछ लोगों की लाशों को अपने दिमाग में बिठाया हुआ है 
ये उन पुरानी लाशों का नाम लेकर 
आज के जिंदा लोगों को मारते हैं 

ये पागल अपनी हालत बदलने के लिये 
कुछ नहीं करते 
ये कह्ते हैं कि इतिहास की लाशें 
इनकी आज की हालत बदल देंगी 

मैं  दावा करता हूं कि तुम्हारे सारे ईश्वर, खुदा 
मर चुके हैं 
मैंने मार दिया उन सब को 
बड़े क्रूर थे कमबख्त तुम्हारे ईश्वर 

तुम्हारे सारे ईश्वर बलात्कारी का साथ देते थे 
बलात्कार पीड़ित लड़की को अकेला छोड़ कर गायब हो जाते थे तुम्हारे डरपोक ईश्वर 
मैंने कल रात मार डाला उन सब को 

कमबख्त बेकार के ईश्वर 
दुनिया को लूटने वालों का साथ देते थे 
भ्रष्ट ईश्वर 

अपने हरम में सैंकडों गरीब लड़कियों को रौंदने वाले 
शेखों की तरफदारी करने वाले अल्लाह को भी मैंने कल रेत में दफन कर दिया 
सारे निशान भी मिटा दिये कि कहाँ दफन किया है 

अब तुम लोग चाहे कितना भी चिल्लाओ 
तुम्हारा अल्लाह और ईश्वर अब नहीं रहा 

अब तुम्हें सब कुछ खुद ही करना पड़ेगा 
चलो अब अपनी आँखें खोल कर आस पास की दुनिया को देखो 

देखो ये दुनिया अब जैसी भी है पूरी की पूरी तुम्हारी है 
चलो इसे अब कुछ अच्छा बनायें 



No comments:

Post a Comment