Sunday, July 3, 2016

बारह साल की बच्ची


वह बारह साल की बच्ची है
चलिये हम उसका नाम सपना रख लेते हैं
जैसे हमने उसे दामिनी कहा था
वह छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा ज़िले में रहती है
वह बड़ी होकर पुलिस अधिकारी बनना चाहती थी
वह छठवीं कक्षा में पढ़ती है
लेकिन दुर्भाग्य से वह आदिवासी है
छत्तीसगढ़ में आजकल आदिवासी होना अपराध है
कल रात को जब वह अपने घर में अकेली थी
सीआरपीएफ के एक सिपाही नें घर में घुस कर इस बच्ची के साथ बलात्कार किया
आज इस बच्ची के माँ बाप इसे लेकर सोनी सोरी के पास आये हैं
सोनी नें अपने वकील के साथ इस बच्ची और उसके माँ बाप को थाने में भेजा है
पास के जारम सीआरपीएफ कैम्प के सिपाहियों द्वारा इस गाँव की लड़कियों के साथ बलात्कार की यह तीसरी घटना है
कहने की ज़रूरत नहीं है कि आज तक किसी बलात्कारी सिपाही को गिरफ्तार ही नहीं किया गया
शुक्र है वह हमारी अपनी बेटी नहीं है और ना ही हमारे जैसी दिखती है
जहां इस देश नें हजारों आदिवासी महिलाओं के साथ बलात्कार पर चूं नहीं करी
इस बच्ची के साथ बलात्कार पर भी हम सब सभ्य भारतीय चुप ही रहेंगे

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