छत्तीसगढ़ में एक टीवी चैनल पर एक चर्चा चल रही थी,
विषय था आदिवासी महिलाओं को बड़े शहरों में ले जाकर शोषण करने का,
भाजपा की प्रवक्ता विश्ववादिनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों में प्रथा है कि ये लोग अपनी बेटियों से देह व्यपार करवाते हैं ,
और उनकी आय पर गुज़ारा करते हैं,
मैं यह सुन कर दंग रह गया,
मैंने आदिवासियों के बीच तीस साल गुज़ारे हैं,
मै आदिवासियों की सामाजिक व्यवस्था और उच्च नैतिक मूल्यों का कायल हूँ,
आदिवासियों में ऐसी कोई प्रथा नहीं है ,
छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन में है,
अगर शासक दल की अपने आदिवासियों के बारे में यही समझ है,
तो यह शासन आदिवासियों के साथ कैसा व्यवहार करेगा ?
और किसी समस्या का क्या समाधान करेगा ?
छत्तीसगढ़ में अनेकों संगठन सड़कों पर इस बयान के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं
फिर भी भाजपा ने अभी तक इस बयान के लिए कोई माफी नहीं माँगी है, ,
मुझे लगता है भाजपा ना सिर्फ देश की एकता के लिए खतरा है,
बल्कि भाजपा भारत की संस्कृति और सभ्यता के लिए भी एक खतरा है,
क्योंकि इन लोगों को इन सब की कोई समझ ही नहीं है ,
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