ऐसा कीजिये, पहले तो किसानों की ज़मीनें छीन कर कारखाने लगाइये ,
आदिवासियों का जंगल काट डालिये ,
खूब सारी कारें खरीदिये,
अलमारियां भर के कपड़े, महंगी शराबें, महंगे परफ्यूम, एयर कंडीशन्ड घर बढ़ाते जाइये ,
जो भी कोई सादगी, ज़रूरत भर उपभोग, मानवाधिकार, जंगल की रक्षा की बात करे ,
उसे नक्सली कह कर जेल में डाल दीजिये, गुप्तांगों में पत्थर भरवा दीजिये, और पत्थर भरने वाले को राष्ट्रपति से इनाम दिलवा दीजिये,
हराम की कमाई से खूब सारे पटाखे खरीदिये,
जो पटाखें ना जलाने की अपील करें उसे हिन्दु विरोधी कह कर गालियां बकिये,
फिर जब हवा में ज़हर घुल जाये , बच्चे सांस ना ले पा रहे हों ,
तो केजरीवाल को गालियां बकिये,
आप की दुर्गति के जिम्मेदार आप खुद हैं ,
हम तो कब से बोल रहे हैं और मार खा रहे हैं ,
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