दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं !
१- मेहनतकश और २- हरामखोर
मेहनतकश गरीब होते हैं , हरामखोर अमीर होते हैं
मेहनतकश कमज़ोर होते हैं , हरामखोर ताकतवर होते हैं
मेहनतकश पिछड़े होते हैं, हरामखोर विकसित होते हैं ,
मेहनतकश सफाई करते हैं , हरामखोर गन्दगी फैलाते हैं
मेहनतकश ज़्यादातर "छोटी ज़ात" के होते हैं , हरामखोर ज़्यादातर "बड़ी ज़ात" के होते हैं
मेहनतकश लोगों की संख्या ज्यादा होती है , हरामखोरों की संख्या कम होती है
मेहनतकश मकान बनाते हैं , हरामखोर उसमे रहते हैं
मेहनतकश अनाज उगाते हैं , हरामखोर उसे जमा कर लेते हैं
मेहनतकश सड़क बनाते हैं , हरामखोर उस पर अपनी कारें दौड़ाते हैं
मेहनतकश सरकार बनाते है , हरामखोर उस पर कब्ज़ा कर लेते हैं
मेहनतकश वोट देते हैं ,हरामखोर पार्टियों के पदाधिकारी बन जाते हैं
मेहनतकश आवाज़ उठाते हैं , हरामखोर उसे कुचल देते हैं
मेहनतकश मिलकर रहते हैं , हरामखोर उन्हें आपस में लड़वाते हैं
मेहनतकश के बच्चे हरामखोरों के लिए काम करते हैं
मेहनतकश के बच्चे पुलिस बन कर ,हरामखोरों की रक्षा करते हैं
मेहनतकश के बच्चे पुलिस बन कर हरामखोरों के कहने से मेहनतकशों को मारते हैं
मेहनतकश दुनिया की सारी दौलत का निर्माण करते हैं , हरामखोर उस पर कब्ज़ा कर के बैठ जाते हैं
इन हरामखोरों का क्या होगा?…ऐसा निबंध कभी नहीं पढ़ा।
ReplyDeleteसरलता,सरलीकरण और सपाट बयानी
ReplyDeleteachchi tarif hai haramkhoro ki...kaas we isse samjh paate...
ReplyDeletegood way of defining haramkhors in indian society specially....nice
ReplyDeleteबहुत अच्छा निबंध. आपको सौ में से सौ अंक:)
ReplyDeleteखरी खरी
ReplyDeleteIn Haraamkhoro ko juto se maarna padega
ReplyDeleteपता नही इन हराम खोरो से दुनिया कब निजात पाएगी ,,बहुत ही उम्दा निबंध है
ReplyDeleteSateek hai sir
ReplyDeleteकुछ बातें तो बिल्कुल सटीक हैं ।
ReplyDeleteकुछ बातें तो बिल्कुल सटीक हैं ।
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