पंडा भाई ने आदिवासियों पर अत्याचार के मामले उठाये तो सलवा जुडूम के एस पी ओ ने पंडा की हत्या की योजना बनाई ! २००७ में पंडा भाई सुकमा शहर में आये हुए थे ! तभी एस पी ओ के एक गैंग ने पंडा भाई का भरे बाज़ार में अपहरण कर लिया ! पंडा भाई मदद के लिये चिल्लाते ही रह गये लेकिन एस पी ओ ने सरकारी राइफलें दिखा कर सारे बाज़ार को जान से मारने की धमकी दी और पंडा भाई को सरकारी जीप में डाल कर जान से मारने के लिये ले गये !
बाज़ार से कुछ लोगों ने आदिवासी महासभा के अध्यक्ष मनीष कुंजाम को फोन पर पंडा भाई के इस अपहरण की सूचना दे दी ! मनीष कुंजाम ने तुरंत तत्कालीन एस पी राहुल शर्मा को इस अपहरण की सूचना दी ! राहुल शर्मा ने एस डी ओ पी राजेश पवार से कहा कि तुरंत पंडा को एस पी ओ से बचाओ ! पुलिस पार्टी तुरंत निकली और सुकमा और दोरना पाल के बाच में दुब्बाटोटा गाँव के पास एक नदी के किनारे एस पी ओ पंडा भाई को गोली मारने ही वाले थे कि पुलिस ने पहुँच कर पंडा भाई को एस पी ओ के चंगुल से बचाया !
इसके बाद दंतेवाडा में कल्लूरी नामक पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की गयी ! कल्लूरी ने चुन चुन कर सी पी आई के कार्यकर्ताओं के विरुद्ध फर्जी मुकदमे लगा दिए ! अनेकों कार्यकर्ताओं को जेलों में डाल दिया ! इसी दौर में पंडा भाई पर भी अनेकों झूठे मामले बना दिए गये जिसमे तद्मेतला में सी आर पी ऍफ़ पर हमला करने का मामला और अनेकों नक्सली हमलों में उनका नाम झूठ मूठ में जोड़ दिया गया !
पंडा भाई गिरफ्तारी से बचने के लिये जंगल में चले गये ! पिछले दो साल से पंडा भाई जंगल में ही रहते हैं ! गाँव वालों ने उनकी पत्नी पोडियम मुए को गाँव का सरपंच चुना है !
हमारा पक्का विश्वास है कि अगर सरकार को बस्तर में शांती चाहिये तो उसे पंडा भाई जैसे लोगों पर लगाए गये सारे फर्जी मुकदमे वापिस लेने चाहिये ! और पंडा भाई को न्याय और शांति स्थापना का काम करने में सहयोग देना चाहिये !
हम देश की मीडिया और बुद्धीजीवियों से पंडा भाई को न्याय देने के लिये अभियान में अपनी आवाज़ जोड़ने की अपील करते हैं !
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