Wednesday, February 11, 2015

दामोदर नायर

आपात काल के बाद हुए चुनावों में भारतीय जनसंघ पहली बार जनता पार्टी में शामिल होकर भारत की सत्ता का हिस्सा बना
अटल बिहारी वाजपेयी जनसंघ के कोटे से उस सरकार में विदेश मंत्री बनाए गए.
दिल्ली में जहां गांधी जी को गोली मारी गयी . उस जगह का नाम गांधी स्मृति है .
गांधी स्मृति देखने आने वालों को उस जगह और उस घटना की जानकारी देने के लिए दामोदर नायर नामक सज्जन गाइड का काम करते थे .
दामोदर नायर दर्शकों को बताते थे कि गांधी जी की हत्या नाथूराम गोडसे ने करी थी . और नाथूराम गोडसे राष्ट्रीय सेवक संघ का सदस्य था .
वह यह तथ्य कई वर्षों से लोगों को बताते थे .
लेकिन जनसंघ के सरकार में आने के कुछ ही दिनों के बाद दामोदर नायक पर हमला हो गया .
उन्हें पीटा गया और धमकी दी गयी कि आज के बाद तुम यह नहीं कहोगे कि गोडसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का सदस्य था .
दामोदर नायक नहीं माने . सरकारी ट्रस्ट गांधी स्मृति से दामोदर नायक को निकाल दिया गया .
दामोदर नायक मेरे पिता के मित्र थे .
वे अक्सर हमारे घर आते थे . वे मुझे अंग्रेज़ी सीखने में मदद करते थे .
उनकी एक किताब थी जिसमे संघ के समाज विरोधी कारनामों का व्यापक वर्णन था .
पता नहीं इतने वर्षों बाद अब दामोदर नायर साहब कहाँ होंगे ?
संघ का गुंडागर्दी का पुराना इतिहास है .

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