सन २००७ में पाकिस्तान जाने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस में धमाका हुआ था ၊
इसमें ६६ पाकिस्तानी नागरिक मारे गये थे ၊
भाजपा ने शोर मचाया और कहा कि यह धमाका पाकिस्तानी आतंकवादियों और मुस्लिम छात्र संगठन सिमी नें किया है ၊
बाद में इन धमाकों में स्वामी असीमानन्द को गिरफ्तार किया गया
जेल में एक मुस्लिम युवक की सेवा से असीमानन्द का ह्रदय परिवर्तन हो गया
उस निर्दोष मुस्लिम छात्र को असीमानन्द के अपराध में फर्जी तौर पर फंसा दिया गया था
स्वामी असीमानन्द नें कोर्ट के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया
स्वामी असीमानन्द नें बताया था कि उसने यह बम धमाका राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता मोहन भागवत के कहने से किया था ၊
स्वामी असीमानन्द के फोटो नरेन्द्र मोदी के साथ भी हैं
स्वामी असीमानन्द नें बाद में मालेगांव और मक्का मस्जिद समेत कई आतंकवादी घटनाओं में खुद के शामिल होने की बात कबूल की थी
स्वामी असीमानन्द के साथी साध्वी प्रज्ञा और सेना के अधिकारी कर्नल पुरोहित को भी पकड़ा गया
इन घटनाओं की जाँच करने वाले पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे की हत्या कर दी गई ၊
अभी हाल ही में मोदी सरकार नें साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित को रिहा कर दिया गया
सरकारी एजेंसी नें मारे गये पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को झूठा कहा
अभी परसों एक टीवी चैनल न्यूज एक्स नें पूर्व पुलिस
अधिकारी विकाश नारायण राय का इंटरव्यु रिकार्ड किया
अधिकारी विकाश नारायण राय का इंटरव्यु रिकार्ड किया
विकाश नारायण राय समझौता एक्सप्रेस बम धमाका कांड के लिये बनाई गई जांच समिति के सदस्य थे
विकाश नारायण राय नें इंटरव्यु में बताया कि समझौता एक्सप्रेस धमाके में सिमी या पाकिस्तान के शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिला था
बल्कि धमाके में हिन्दुत्व आतंकवादियों का हाथ होने के सुराग मिले थे
लेकिन इस टीवी चैनल नें विकाश नारायण राय का यह इंटरव्यु दिखाया ही नहीं
बल्कि चैनल का एंकर और भाजपा के प्रवक्ता इस घमाके के लिये पाकिस्तान और सिमी को जिम्मेदार बताते रहे
असल में यह संध और भाजपा की पुरानी चाल है ၊
ये लोग भारत की सत्ता अपने हाथ में लेने के लिये हिन्दुओं को डराने का काम करते हैं
उसके लिये ये खुद ही आतंकवादी हरकतें करते हैं
और झूठा इल्ज़ाम मुसलमानों पर लगा देते हैं
इनका पर्दाफाश करना ज़रूरी है
तभी देश में शान्ति और प्रेम बचेगा
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