Sunday, October 6, 2013

मैंने अपनी जिंदगी में कई बार जले हुए गाँव देखे हैं


बिना किसी गुस्से या उत्तेजना के ये लोग ऐसी बातें बता रहे थे जिन्हें सुन कर दिल खराब होने लगता है .

ये लोग अपनी तकलीफें बता रहे थे . मुझे बात करते समय खुद के हिंदु होने पर शर्म आ रही थी . 

पुलिस मीडिया और प्रशासन भी इन गरीब मुसलमानों के बारे में नफरत दिखा रहा है .

मैं मुज्ज़फ्फर नगर में साम्प्रदायिक हिंसा के शिकार पीड़ित मुसलामानों के राहत शिविर में बैठा था .

इन लोगों के घर जला दिये गये . इनके माता पिता तलवारों से काट कर जला दिये गये . 

इन्हें हमलों के बाद इन्हें अपना गाँव छोड़ कर भागना पड़ा .

कुछ मुस्लिम संगठनों ने इनके सिर छुपाने के लिये मदद करी है . इसी लिये ये सब अभी तक जिंदा हैं .

आप को विश्वास करना मुश्किल होगा कि क्या ये दो हज़ार तेरह का भारत है ?

गरीब मज़दूर मुसलमानों के अस्थाई शिविर आपके सामने फैले हुए हैं . 

गंदे पानी के गड्ढों के किनारे बदबू में हज़ारों लोग रहने के लिये मजबूर किये गये हैं .


इनके घर जला दिये गये हैं . अब इन पर सरकार ने इस जगह आकर बसने का मुकदमा बना दिया है .

मैंने अपनी जिंदगी में कई बार जले हुए गाँव देखे हैं .

मैंने आदिवासियों के जले हुए गाँव देखे हैं  .

मैंने दलितों के जले हुए गाँव देखे  हैं .

मैंने छोटी जाति के गरीब मुसलमानों के जले हुए गाँव देखे हैं .

क्या बात है कि आजादी के बाद हम दलितों , आदिवासियों और मुसलमानों पर हमला कर रहे हैं ?

अगर आप मुज़फ्फर नगर जाएँ . और लोगों से बात करें . तो आपके सामने एक बात साफ़ हो जाती है . कि इस बार दंगा बिल्कुल बनी बनायी योजना के मुताबिक ही हुआ .

बिना किसी गलती के लाखों जिंदगियों को तबाह किया गया है .

लोगों से बात करते समय आपके दिल में अमित शाह और मोदी की शातिर कारस्तानियाँ बिल्कुल साफ़ होती जायेंगी .

करीब छह महीने पहले मोदी ने अपनी सरकार के भूतपूर्व गृह मंत्री अमित शाह को उत्तर प्रदेश भेजा .
ये गृह मंत्री अपने ही राज्य में दंगा कराने के लिये जेल में पड़ा हुआ था . 

इस दंगाई मंत्री को  ज़मानत पर रिहा कराया गया . 

इस दंगाई मंत्री को मोदी के चुनाव जीतने के लिये माहौल बनाने के लिये यूपी भेजा गया .

अमित शाह ने मुज़फ्फर नगर में अपने तीन विधायकों की मार्फ़त अपना खेल शुरू किया .

अमित शाह ने यूपी पहुँचते ही . पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तलवारें बटवाई. 

अब हिंदु लड़के तलवारें लेकर मुसलमानों की बस्तियों में घूमने लगे .

ये तलवारधारी लड़के मस्जिदों में घुस कर अजान बंद करवाने लगे .

छोटी छोटी बातों पर ये तीनों भाजपाई विधायक मुसलमानों के खिलाफ धरने प्रदर्शन करने लगे .

अब भाजपा के धरनों के दौरान मुसलमानों की दाढ़ी नोचने और टोपी उतार कर फेंकी जाने लगीं .
 
पूरे माहौल में मुसलमानों के लिये नफरत पैदा की जाने लगी .

प्रचार किया जाने लगा कि मुसलमान हिदू लड़कियों को भगा कर शादियां का रहे हैं .

लेकिन किसी से पूछो कि अच्छा बताइये कि कितनी हिदू लड़कियों से मुसलमानों ने शादी करी तो दो साल पुराना एक ही उदहारण दे पाते हैं .

यानी दो साल पहले किसी एक मुसलमान ने किसी एक हिंदु लड़की से शादी करी थी तो उसे दंगा करने के लिये वजह बनाया जाने लगा .

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिंदुपांच मुख्य पार्टियों में बंटे हुए थे .अजीत सिंह की पार्टी , कांग्रेस , बीएसपी , समाजवादी पार्टी और भाजपा. .

भाजपा ने योजना बनाई कि इन सारे हिंदुओं को भाजपा के साथ जोड़ने के लिये सारे हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ भडकाया जाए .

बहुत शातिर तरीके से भाजपा ने अपनी योजना को अंजाम दिया . 
बिल्कुल योजना के मुताबिक दंगे हुए .

मुसलमानों को बेवजह मारा गया .

इन मुसलमानों का कोई कसूर नहीं था .

इन मुसलमानों को तो मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की बलिवेदी पर बलि चढाया गया है .

मोदी के गिरोह ने हिटलर वाली चाल ही यहाँ भी चली है .

हिटलर ने सत्तर लाख यहूदियों को मार डाला .

लेकिन हिटलर कहता था कि यहूदी ही बुरे हैं .

यानि जो पीडित है उसे ही दोषी बताओ .

भारत में भी ये भाजपाई मुसलमानों को मारते हैं और मुसलमाओं को ही दोषी भी बताते हैं . 

अगर भाजपा ने अपना ये गन्दा खेल बंद नहीं किया तो मुझे डर है कि ये भाजपाई इस देश की एकता के लिये बड़ा खतरा सिद्ध होंगे .

कल फिर मुज़फ्फर नगर जा रहा हूं .




11 comments:

  1. कोन किस पार्टी को सपोर्ट करे उसे मुजे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन हलकी राजनीत प्रेरित दिशापर काम करने वाले लोग, नेता,संघठन और पार्टी देशके लिए खतरनाक हे चाहे वह कोईभी हो |
    यह स्टोरीमें सच्चाई नजर नहीं आ रही हे ? मानो BJP या पार्टीके लोगोने या जिसनेभी यह कराया हे तो उनको सजा मिलनी चाहिए,
    मेरे कुछ सवाल यह बलोगिस्ट श्री हिमांसु कुमार के लिए यह लेखसे तो लग रहा हे हिमांसु हलकी राजनीतीसे प्रेरित ब्लोगिस्ट हे, जो वोटबेंकके लिए जातिवाद भड़काकर गलत कर रहे हे जब क़ानूनी प्रक्रिया चल रही हो येसा ब्लॉग लिखकर, देशको बाटकर लोगमें ज़हर भरना भी एक गुना नहीं बनता क्या ? इस पर कोई कारवाही या FIR नहीं बनती क्या ? एक आदमी यानि ब्लोगर लिखे और हम उस मान ले ? वह भी बिना जाच और क़ानूनी निर्णयसे पहले वह भी गलत होगा, हिमांसु भी इन्सान हे वह भी पैसा लेकर लिख सकता हे ? भ्रष्टाचार हर जगह फेला हे इसका यह एक और नमूना आप ही देख लो ?
    हिमानसुने लिखे ब्लॉगको पढ़कर उसके सामने अनेक सवाल खड़े होना लाजमी हे जिसमे से कुछ सवाल यहाँ प्रस्तुत हे, क्या आप जवाब देंगे ? आपने क्यों कोई हिन्दू या अन्य जातीकाभी इंटरव्यू लिया होगा और नहीं लिया और किया तो यह रिपोर्ट सरासर गलत और राजनीती प्रेरित हे |

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  2. मेरे ब्लोगर से सवाल
    १) आपने कई बार जले गाव देखे तो उसे बारेमे भी ब्लॉग लिखकर वह उजागर किया होगा ? उसके रिपोर्ट और ब्लॉग लिखा होगा ही इसका लिंक दो ?
    २) कभी यह हो सकता हे, आदमी परिवारसे पिछड़ जाये, जिसे वह बेघर हुवा, हो अपने को खोया हो, आर्थिक नुकसान हुवा हो, फिर भी गुस्सा न करे या उनमे उत्तेजना न हो ? आपने तो वैसा ही लिखा हे ?
    ३) आपने क्यों कोई हिन्दू या अन्य जाती का इंटरव्यू नहीं लिया ? और लिया तो यहाँ उसकी भावना , पिचर क्यों नहीं दिया ?
    ४) इस परिस्तिथि को देखर तकलीफ हुई अछि बात हे आपमें अभी भी आत्मा हे यह जानकर आचर्य हुवा ? लेकिन आपको हिन्दू होना या कहेना शरम आती हे इस शब्द से ही लगता आप पोलिटिक्स प्रेरित काम कर रहे हे, कितने पैसे मिले यह कहने, यहाँ हिन्दू हो या मुस्लिम वह बताने की जरूरत किया थी और हिन्दू होनेकी शरम आती हे तो धर्म परिवर्तन कर लो एक देश में दो कानून हे , जो दुसरे कानून का फायदा भी मिलेगा जिसमे दो सादीका क़ानूनी हक्क, हज सब्सिडी, माय्नोरीटी का हक्क और बहुत कुछ ............. एक देश दो काननुने ही देश का सत्यानाश राजनीती कर किया हे कहाभी येसा होगा वह कभी शांति नहीं हो सकती अमन के लिए एक देश एक कानून होना जरुरी नहीं कम्पलसरी हे |
    ५) मिडिया, सरकार और प्रशासनने इसके बारेमे कारवाही या सच्चाईसे बता नहीं और अच्छा तरह पगले नहीं लिए यह भी आपका कहना हे तो उसके प्रूफ लेकर कोर्ट जाइये केस दर्ज हुवे हे उसमे काम आएगा, उपरसे आप कह रहे र्हे नफरत दिखाई या फेलाई लेकिन नफरत तो आप फेला रहे हो | एक सच्चा राष्ट्रवादी येसा गन्दा काम नहीं करता जो आप कर रहे हो |
    ६) राहत सिबिर में सभी जाती के लोग हे , आपने तो ठानलीके हिन्दू और खास तोरपर BJP और उसकी टीम को बदनाम करना हे, जिसे मुसलमान भड़के और द्नगे हो बादमे उसका फायदा कोंग्रेस या जिसके लिए आप काम कर रहे हो उसे मिले, इसका कोई रास्ता नहीं हे क्यों की आप लोगकी जहनमें जहर भर रहे हे | परभी आजका हर बच्चा या पढ़ा लिखा इन्सान किसीभी जातीका हो वह समज रहा हे सच्चाई क्या हे |
    जो आंतकी के काम से काम नहीं हे |
    ७) जो दंगे हुवे उसके बाद जिसने भी मददकी उसने जातपात नहीं देखि होगी वह ही अछि बात हे, हमेसा दंगेमे हिन्दू और मुस्लिम दोनों जाती के लोग बर्बाद होते हे जैसे इस समय भी हुवा होगा और दोनों जातीके अछे संघठनने मदद की हे या होगी उन्होंने यह पूछ कर मदद नहीं की होगी भाई आप किस जाती के हो ? लेकिन आप जैसे हरामी लोग एसा बलोग लिखकर देश बाटकर लोगोके मनमें जहर भर आग चालू रखवाना चाहते हे | जो हिन्दू के नाम पर कलंक हे |
    ८) मुजेभी विश्वास नहीं होता की भारतमें २०१३ में यह सब हुवा और उसका जयादा दोषी आप जैसे ब्लोगर, मिडिया और हलकी राजनीती करनेवाले तमाम लोग हे, क्या सच या गलत पर हम बहस कर क़ानूनी प्रकिरिया प्रभावित न करे तो ही अच्छा होगा ? हा जरुर सरकार पर काम करने अच्छी डिबेट मिडिया में जरुरी हे उसे में मना नहीं करता |
    ९) क्या UP में या देशमे पिछले सालोमे यह एक ही दंगा हुवा ? UP में SP सरकार आने के बाद छोटे मोटे १०० दंगे हुवे उसके भी जिमेदार BJP RSS और उनकी टीम और हिन्दू ही हे ? तो उसके पुरावे तो दो ? या उसपर कारवाही नही हुई इसलिए यह बढ़ा तो मिडिया और आप कहा थे ?
    १०) यह अमित शाहने करवाया यह आप बोल रहे हो, किस आधारपर , क्या प्रूफ हे आपके पास ?
    ११) ब्लोग्मे आपने लिखा हे तलवार बाटी, मुसलमानके बस्तियामे घूमते थे, अंजान बंध करवाया , मुसलमानोंके विरुध्ध धरने करते थे, शादीकी बात पर हल्ला करते थे ........यह सब आपने लिखा तो बिना पुरावा लिखना क़ानूनी गुना बनता हे यह भी आपको मालूम होगा ? जैसे ऊपर आपने मुसलमान या जिसके भी फोटू लगाये वैसे इस विज्ञानं युग में हर हाथ में मोबाईल होता हे तो किसीने किसने यह पिछले ६ महीनेसे या होता रहा और अमित शाह ने करवाए तो एक - दो फोटो लिए होगे वह भी यहाँ लगा देते तो हम जैसे बेवकूफ इन्सानको थोडा विश्वास तो हो जाता ?
    १२) आपने ब्लॉगमें पक्का दावा करते हो की BJP ने करवाया यानि आप के आपस पुरावे हे और नहीं दे पाए तो आप पर केस और FIR क्यों नहीं करना चाहिए ?
    १३ ) आपके जैसे ब्लोगिस्ट और मिडियाजो पैसेके जोर पर बिककर यह सब कर रही हे वही देश के लिए घातक हे इसलिए पहले आप और आपको पालने वाली आपने बताई पार्टी जो पैसा देती होगी उन पर बेन्ड लगना चाहिए और साथ आपको जेल बिना बेल क्यों नहीं होनी चाहिए ?
    हर्षद (अज्ञानी ) ०७.१०.२०१३
    ट्वीटर : NationFirst4Me / Modi4India
    ईमेल : fuelsaver108@gmail.com

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  3. कुछ बातें छुट जाती हैं और यह ना छूटने पाए इसलिए इसे आज बुधवारीय चर्चा((http://hindibloggerscaupala.blogspot.in/) में शामिल किया है।कृपया पधारें और अपने विचारों से हमें भी अवगत करायें।

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  4. यह बुधवारीय नहीं सोमवारीय है, त्रुटी के लिए क्षमा प्रार्थी।

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  5. यह बुधवारीय नहीं सोमवारीय है, त्रुटी के लिए क्षमा प्रार्थी।

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  6. This comment has been removed by the author.

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  7. हिमांशु जी आपने यहाँ जो लिखा मैं उससे सहमत लेकिन न जाने क्यूँ मुझे यह रिपोर्ट एकतरफा लग रही है, हमारी समस्या यह है कि हम सिक्के के एक ही पहलू को देखते हैं, अगर दोनों देखते तो क्या बात होती। सरकारी रिपोर्ट को ही गर सच मान लिया जाय जो की अक्सर नहीं होती तो करीबन 80 हन्दू परिवार लापता हैं और उनकी कोई खबर नहीं, करीबन उतने ही या उससे ज्यादा इन दंगों के शिकार हो गए, लेकिन नहीं हम तो सिर्फ मुसलमान मुसलमान रोयेंगे, अरे यह बात सीधे क्यूँ नहीं समझ में आती हम सबको की ऐसा कहकर ही एक सम्प्रदाय को लगातार भड़काया जा रहा है, उनके घाओं पर कोई पट्टी नहीं लगाता बल्कि नमक छिड़क रहा है और दूसरी बात हम हमेशा ऐसी ही रिपोर्ट या शब्द का इस्तेमाल क्युन्कारते हैं जिससे कि किसी की भावना भड़के क्या हम एक ऐसे पत्रकार नहीं बन सकते जो कि एक मिसाल कायम करे। क्षमा चाहूँगा लेकिन आधी अधूरी पत्रकारिता पर मुझे विश्वास नहीं है और आज वही सब करते हैं बिना सच्चाई को जाने सच्चाई परोसने का दंभ ही हमें खा रहा है।
    मैं कोई रैशनल कमेंट नहीं मारना चाहता और न ही मैं कोई धार्मिक इंसान हूँ जो हिन्दू और मुसलमान का रोना लेकर बैठ जाए, यह मेरा नेचुरल कमेंट है और मैं किसी भी धार्मिक सम्प्रदाय या पार्टी से ताल्लुकात नहीं रखता बल्कि उनकी निंदा करता हूँ।

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  8. 99% muslim hi danga karte h. or ye aantakvadi bhi h.

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  9. mene aapblog dekha to esa laga ki aap sache hpnge. aap to sirf ektarfa likhte ho vo sach ke j sath ooth mix karke. gatiya tarika h likne ka.

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