Sunday, August 21, 2011

आप शांती से देखिये देश का विकास किया जा रहा है !

जब आपरेशन ग्रीन हंट शरू हुआ था तो दंतेवाडा के एस पी से लेकर गृह मंत्री चिदंबरम तक चुटकी बजाते हुए बताते थे कि बस अब हम नक्सलियों को तीन महीनों में फ्लश आउट का र्देंगे यानी जैसे पखाने को पानी डाल कर बटन दबाते ही हमेशा के लिए गायब कर देते हैं वैसे ही नक्सल भी हमेशा के लिए समाप्त कर दिए जायेंगे ! वो तो नहीं हुआ, अलबत्ता नक्सली उसके बाद छत्तीसगढ़ के एक जिले से फ़ैल कर सभी जिलों में पहुँच चुके हैं !
 अभी बीजापुर में अपने खाने के लिए चावल लेकर आते समय नौ पुलिस कर्मचारियों को बम से उड़ा कर मार डाला गया ! एक खबर पढ़ रहा था, जिसमे बताया गया है की छत्तीसगढ़ सरकार के पास चार हेलीकाप्टर इसी काम के लिए हैं ! और कल छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ननकी राम कवर ने स्वीकार किया कि इन जवानों के लिए राशन लाने हेतु हेलीकाप्टर माँगा गया था, पर नहीं पहुंचा ! और ये कि अब जाँच की जायेगी कि हेलीकाप्टर क्यों नहीं भेजा गया ! इनकी जाँच से वो मारे हुए गरीब  सिपाही जिंदा तो नहीं हो जायेंगे ! जाच तो इस बात की होनी चहिये कि इन हेलिकोप्टर में से कितने मंत्रियों और अधिकारीयों की परिवारों की व्यक्तिगत सेवा में लगे हुए हैं ! छत्तीसगढ़ में जाँच तो असंभव है ! भाजपाई अपनी सरकार की जाच होने नहीं देंगे कांग्रेस में दम नहीं बचा है और जो अदिकारी जाँच करने की जुर्रत करेगा उसे नक्सली समर्थक कह कर डरा कर चुप करा दिया जायेगा ! जैसे दंतेवाडा के कलेक्टर प्रसन्ना के साथ रमन सिंह ने किया था!
तो मैं आपरेशन ग्रीन हंट की बात कर रहा था ! मुझे एक बार दंतेवाडा के एस पी ने जब कहा की हिमांशु जी अब आपके लिए दंतेवाडा में रह पाना असंभव हो जायेगा अब हम श्री लंका की तरह कार्यवाही करेंगे ! और उस समय हमें बीच बचाव करने वाला कोई नहीं चाहिए ! मैंने उनसे तब कहा था की इन जंगलों का आपको अनुभव नहीं है ! इन जंगलों में लाखों आदिवासी हैं ! इन सब को आप नक्सली मानते हैं !  इन सब को जंगल में घुस कर मारने में आप को करीब पचास साल लगेंगे ! और इस बीच आदिवासियों की दो नयी पीढी जन्म ले लेगी ! और वो जब लडाई के बीच पैदा होंगे तो वो आदिवासी बच्चे पक्के लड़ाकू बनेंगे ! इस तरह तुम लोग देश के लिए एक परमानेंट समस्या पैदा कर रहे हो !
 वो एस पी साहब ने मेरा आश्रम तोड़ डाला और वो तो चले गए ! नए एस पी साहब ने मुझे बुला कर कहा कि नई फोर्सेस आ गयी हैं हम आपरेशन ग्रीन हंट शुरू कर रहे हैं अब बस नक्सली समाप्त ही समझिये ! मैंने कहा भाई आप नक्सलियों को ढूंढोगे कैसे और कैसे समाप्त करोगे ? वो बोले कोम्बिंग से पकड़ेंगे और फिर दस किलोमीटर का इलाका साफ़ कर के वहां फोर्स की चोकी स्थापित कर के फिर आगे का दस किलोमीटर साफ़ कर लेंगे ! इस तरह पूरे बस्तर को साफ़ कर के फ़ोर्स का कब्ज़ा हो जायेगा ! मैंने कहा भाई जिस गाँव में तुम्हारी फ़ोर्स अपनी चोकी बनायेगी उसके दस कोलोमीटर के दायरे में वो अपनी सुरक्षा के लिए किसी को रहने नहीं देगी ! क्योंकी अगर चौकी  के चारों तरफ आदिवासी आबादी हैं तो उनके बीच में नक्सली छिप सकते हैं ! इसलिए तुम्हारी फ़ोर्स आस पास के लोगो को बसने नहीं देगी ! उन्हें उजाड़ने के लिए उनकी फसल जलायेगी , उनका घर जलायेगी ! अब फसल जल जाने के बाद ये भूखे आदिवासी नक्सलियों के साथ मिल कर चावल के लिए तुम्हारे सिपाहियों को मारेंगे ! तो तुम्हारी इस योजना में तुम्हारे सिपाही ज्यादा मरेंगे ! नक्सलियों का कोई नुकसान नहीं होगा ! और तीन महीना भूल जाओ पचास साल में भी तुम यहाँ से नक्सलियों का कुछ नहीं बिगड़ पाओगे ! खैर उन एस पी साहब ने मेरे कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया ! आश्रम टूटने के बाद मैं जिस किराये के मकान में रह रहा था! उस मकान के मालिक के घर पुलिस ने जाकर हमें निकलने के लिए धमकी दी ! उन्होंने मकान खाली करवा लिया ! हम बाहर आ गए ! उसके बाद भारत के इतिहास में सिपाहीयों की सबसे बड़ी संख्या में मृत्यु हुई ! अब वो एस पी साहब छत्तीसगढ़ छोड़ कर जा चुके हैं !
 इस खूनी खेल में नेता उद्योगपतियों से पैसा ले चुके हैं ! गरीब आदिवासी की ज़मीन छीन कर  उद्योगपतियों देने का सौदा कर चुके हैं ! ज़मीन खाली कराने के लिए गरीब सिपाही को भेज रहे हैं ! आदिवासी इन्हें ना मारे तो खुद मरेगा ! मारने  वाला भी गरीब मरने वाला भी गरीब ! अमीर पैसा खाकर हेलीकाप्टर में घूम रहे हैं ! उधर जंगल में गरीब एक दुसरे को मार रहे हैं !   आप शांती से देखिये देश का विकास किया जा रहा है ! 

4 comments:

  1. ज़मीन खाली कराने के लिए गरीब सिपाही को भेज रहे हैं ! आदिवासी इन्हें ना मारे तो खुद मरेगा ! मारने वाला भी गरीब मरने वाला भी गरीब !
    सही विष्लेषण। यह स्थिति बदलेगी कैसे? राह दिख ही नहीं रही है, कठिन राह होती तो तय भी हो जाता।

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  2. बहुत जरुरी ब्लॉग बनया है आपने. इसके माध्यम से हम विभिन्न मुद्दों पर प्रमाणिक जानकारी पा सकेंगे.

    अगर आप design>template designer>adjust width में जाकर entire blog का width थोडा बढ़ा दें तो ब्लॉग की पठनीयता बढ़ जाएगी.

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  3. gar aapne janbujhkar na kiya ho to, settingsshow word verification ne jakar use NO kar den.

    by deafault usmen YES hota hai lekin usase pathakob ki dikkat hoti hai. aam taur per blogger word verification NO rakhte hain.

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  4. setting>comments>show word verification> No.

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